लखनऊ: प्रदेश अध्यक्ष न्यायमूर्ति डी पी सिंह ने नशे पर नियंत्रण पाने हेतु प्रभावी उपाय करने हेतु सैद्धांतिक सहमति जताई
लखनऊ: प्रदेश अध्यक्ष न्यायमूर्ति डी पी सिंह ने नशे पर नियंत्रण पाने हेतु प्रभावी उपाय करने हेतु सैद्धांतिक सहमति जताई
रिपोर्ट, के.के.मिश्रा
कार्यक्रम में उपस्थित उपमुख्यमंत्री से नशा उपचार केंद्र तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की यूनिट की स्थापना की मांग ताकि बिगड़े हालात पर काबू पाया जा सके
रूल ऑफ लॉ सोसायटी व संयुक्त राष्ट्र परिसंघ के तत्वधान में आयोजित ओनली वन अर्थ विषयक पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सोसायटी संयोजक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट (अवध क्षेत्र )ने कहा कि भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाकों में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है नशे की चपेट में आकर हजारों तरुण नौजवान नवयुवतियां बर्बाद हो चुके हैं अथवा असाध्य रोगों से ग्रसित होकर परिवार व समाज के लिए अभिशाप बन चुके हैं सीमावर्ती तराई इलाकों में हालात भयावह है यदि नशा पर प्रभावी नियंत्रण ना पाया गया तो यह विषय राष्ट्रीय संकट बन जाएगा। संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों के गांव एवं नगर तथा कस्बों में घातक नशीले पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है इसके अलावा मेडिकल स्टोरों पर भी स्मैक ब्राउन शुगर व मारिजुआना तथा चरस चिपड आदि की बिक्री खुलेआम हो रही है लेकिन प्रशासन इस ओर से बेखबर बना हुआ है क्योंकि नशा कारोबार में सफेदपोश लोगों का प्रत्यक्ष हाथ पाया जा रहा है। सोसाइटी संयोजक ने कार्यक्रम में उपस्थित उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व इंडियन फेडरेशन ऑफ यूनाइटेड नेशन एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मांग किया कि यथाशीघ्र सीमावर्ती इलाकों में नशा उपचार केंद्र तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की यूनिट की स्थापना कराई जाए ताकि बिगड़े हालात पर काबू पाया जा सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे इंडियन फेडरेशन ऑफ यूनाइटेड नेशन एसोसिएशन के चेयरमैन न्यायमूर्ति माननीय एस एन श्रीवास्तव व राष्ट्रीय महासचिव सुरेश कुमार प्रदेश अध्यक्ष न्यायमूर्ति डी पी सिंह ने नशे पर नियंत्रण पाने हेतु प्रभावी उपाय करने हेतु सैद्धांतिक सहमति जताई। तथा जन जागरण अभियान चलाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया समापन अवसर पर मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोसायटी संयोजक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट को पारिजात वृक्ष भेट कर तराई इलाकों को हरा-भरा करने की महती जिम्मेवारी भी सौंपी। कार्यक्रम न्यायिक प्रशिक्षण संस्थान गोमतीनगर लखनऊ में आयोजित किया गया था।