बाराबंकी : महाभारत कालीन शिवमंदिर महादेवा में दिखा शिवभक्तों का जनसैलाब ,बोल बम , हर हर महादेव जयकारों से गूंजायमान रहा मन्दिर परिसर

बाराबंकी : महाभारत कालीन शिवमंदिर महादेवा में दिखा शिवभक्तों का जनसैलाब ,बोल बम , हर हर महादेव जयकारों से गूंजायमान रहा मन्दिर परिसर
के.के.मिश्रा न्यूज टुडे यूपी डाट काम
सावन माह के दूसरे सोमवार पर आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों से शिव भक्त बाराबंकी के महाभारत कालीन प्राचीन शिव मंदिर महादेवा पहुंचे हुए है और जिले में सभी जगह बम भोले , शिव शंकर के जयकारो से गूँज रहा है ! शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए शिव भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है ! शिवभक्त हाथो में गंगा जल लेकर पैदल चल कर महादेव मंदिर पहुंच कर जलाभिषेक कर रहे है ! बाराबंकी का महादेवा मंदिर हजारों वर्ष पुराना महाभारत कालीन समय का है ! ये मंदिर लोधेश्वर महादेव के नाम से भी प्रसिद्द है !
रामनगर तहसील क्षेत्र के घाघरा नदी के किनारे स्थित महादेवा शिवमंदिर की शिवलिंग एक खेत से निकली थी और ये खेत था किसान लोधेराम है ! पौराणिक कहानी के अनुसार एक दिन किसान लोधेराम अपने खेतों में पानी लगाए हुए थे और बड़े परेशान थे। क्योकि सिचाई का सारा पानी एक गड्ढे में जा रहा था और वो गड्ढा पानी से भी नहीं भर रहा था ! रात को किसान लोधेराम परेशान होकर घर लौट आये और उन्होंने स्वप्न में देखा कि जिस गड्ढें में पानी जा रहा है, वहां भगवान शिव भोलेनाथ की शिवलिंग है। ये वही शिवलिंग थी जिसे माता कुंती महाभारत काल में पूजा अर्चना करती थी ! किसान सुबह सुबह खेत पहुंचा और वहा खोदाई करवाई तो वहां हकीकत में शिवलिंग निकला। उसी के बाद से ही उसी स्थान पर ये शिवलिंग आज भी स्थापित है !
मान्यता है की इस शिव मंदिर में जो भी शिवभक्त जलाभिषेक करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। खासकर सावन के दिनो में यहाँ शिव भक्तों का जनसैलाब ऐसा दिखता है। सभी जगह शिवभक्तों का जमावड़ा मिलता है !
शिव भक्त कतारों में लग कर घंटो अपनी बारी का इंतजार करके मंदिर में स्थित शिवलिंग को जलाभिषेक करते है। महादेवा मंदिर परिसर बमभोले के जयकारों से गूंज रहा है। सुरक्षा व्यवथा की लेकर पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए है ।