बहराइच : मौसम के विपरीत परिस्थितियों में अधिक से अधिक बीमा कराकर किसान उठाए लाभ
बहराइच : मौसम के विपरीत परिस्थितियों में अधिक से अधिक बीमा कराकर किसान उठाए लाभ
के.के.मिश्रा बहराइच
बहराइच 12 जुलाई। उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही ने बताया कि खरीफ-2022 मौसम में विपरीत परिस्थितियों के कारण 11 जुलाई 2022 तक जनपद में सामान्य से लगभग 70 प्रतिशत से कम वर्षा होने के कारण जनपद में खरीफ की मुख्य फसलों धान, अरहर एवं मक्का की बुआई, रोपाई भी गत वर्ष की तुलना में कम हुई है। दैवी आपदा के विरुद्व फसलों को बीमा कवर प्रदान करने के उद्देश्य से जनपद में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का संचालन ग्राम पंचायत स्तर को ईकाई मानते हुए किया जा रहा है। ग्राम पंचायत क्षेत्र में अधिसूचित फसल धान, अरहर एवं मक्का की दैवीय आपदा अर्थात सूखा होने से रोपाई, बुआई 31 जुलाई 2022 तक 75 प्रतिशत या उससे कम होती है अथवा रोपाई के पश्चात् फसल सूख जाती है तो अपनी फसल का बीमा कराये हुए कृषकों को फसल बीमा योजना की गाइडलाइन्स के अनुसार बीमित राशि के सापेक्ष 25 प्रतिशत धनराशि क्षतिपूर्ति, क्लेम के रुप में फसल बीमा कम्पनी द्वारा तत्काल प्रदान की जायेगी।
उन्होंने समस्त किसान भाईयों से अपील है कि अपनी फसल का बीमा 31 जुलाई 2022 तक अवश्य करायें जिससे असफल बुआई व रोपाई की स्थिति में फसल बीमा कम्पनी से क्षतिपूर्ति दिलाई जा सके। खरीफ मौसम में कृषको को अपनी फसलों का बीमा कराने हेतु बीमित राशि का केवल 02 प्रतिशत बीमा प्रिमियम के रुप मे ंदेना पड़ता है। जिन कृषकों द्वारा किसी भी बैंक शाखा से ऋण प्राप्त किया गया है वे अपनी फसलों का बीमा सम्बन्धित बैंक शाखाओं से करा सकते है। गैर ऋणी कृषक अपनी फसलों का बीमा सम्बन्धित बैंक शाखा के साथ-साथ जन सुविधा केन्द्रों के माध्यम से भी करा सकते हैं। बीमा कराने के लिये गैर ऋणी कृषकों को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक व खतौनी की छायाप्रति, प्रिमियम की धनराशि व बोयी जाने वाली फसलों का घोषणा पत्र भरकर देना होगा।
उप निदेशक श्री शाही ने समस्त बैंक के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा जन सुविधा केन्द्र के संचालको से भी अनुरोध किया है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए अधिक से अधिक कृषकों को फसलों का बीमा कराने हेतु प्र्रेरित करें ताकि दैवीय आपदा की स्थिति में बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि अब तक जनपद में 7719 गैर ऋणी कृषकों की फसलों को बीमित किया जा चुका है।