देवरिया : जिले में सबसे बड़ा खाद्यान्न घोटाला , गरीबों का 10 हजार 221 बोरी खाद्यान्न ब्लैक, डीएम के आदेश पर केस दर्ज

देवरिया जिले में एक करोड़ रुपए का सरकारी खाद्यान्न का बंदरबांट किया गया है। जब इसकी खबर मीडिया के द्वारा जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को लगी तो इस मामले की जांच कराकर मार्केटिंग अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है।
आपको बता दें विगत 28 जुलाई को संयुक्त आयुक्त खाद्य गोरखपुर ने देवरिया जनपद के भाटपार रानी सरकारी गोदाम का निरीक्षण किया था और उन्होने शंका जाहिर की थी कि गोदाम में कुछ खाद्यान्न कम है।
इसके बाद जिलाधिकारी देवरिया जितेंद्र प्रताप सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी बैठा दी। जिसमें डिप्टी आरएमओ, जिला पूर्ति अधिकारी और वीडियो भाटपार शामिल थे ।
तीन दिनों तक बोरो की गिनती कराई गई। रविवार को जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित कर दी।
रिपोर्ट में लगभग दस हजार बोरी खाद्यान्न गोदाम में नही मिला।
स्टॉक रजिस्टर में 16176 बोरी दर्ज था वही मौके पर 5955 बोरी ही मिली ।
इस पूरे मामले में जिलाधिकारी ने कहा कि भाटपार रानी गोदाम का सत्यापन कराया गया था ।
जिसमें दस हजार बोरी यानी पांच हजार कुंटल खाद्यान्न शार्ट था ।
इस मामले में मार्केटिंग अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है जो खाद्यान्न शार्ट था उसकी कीमत एक करोड़ है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जो खाद्यान्न शार्ट है, उसकी रिकवरी कराई जाएगी।